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Waqar - Yun Hi Besabab Na Phira Karo
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Waqar - Yun Hi Besabab Na Phira Karo - оригинальный текст песни, перевод, видео

यूँ ही बेसबब ना फिरा करो
कोई शाम घर भी रहा करो
वो ग़ज़ल की सच्ची किताबे
उन्हें चुपके चुपके पढ़ा करो
कोई हाथ भी ना मिलाएगा
जो गले मिलोगे इतपाक से
ये नए मिजाज़ का शहर है
ज़रा फासले से मिला करो
अभी राह में कई मोड़ हैं
कोई आएगा कोई जायेगा
तुम्हे जिस किसी ने भुला दिया
उसे भूलने की दुआ करो
मुझे इश्तेहार सी लगती हैं
महोबतो की कहानिया
जो कहा नहीं वो सुना करो
जो सूना नहीं वो कहा करो
कभी हुसने पर्दा नाशी भी है
ज़रा आशिक़ाना लिबास में
कभी हुसने पर्दा नाशी भी है
ज़रा आशिक़ाना लिबास में
मैं जो बन सवर के कहीं चलू
मेरे साथ तुम भी चला करो
नहीं बेहिजाब वो चाँद सा
नज़र का कोई असर ना हो
नहीं बेहिजाब वो चाँद सा
नज़र का कोई असर ना हो
उसे गर्मीए इतने शोक से
बड़ी देर तक ना तका करो
ये खिदा की ज़र्द शाल में
जो उदास पेड़ के पास है
ये तम्हारे घर की बहार है
इसे आंसुओ से हरा करो
Просто не отвергайся
Оставайся домом даже вечером
Истинные книги Газеля
Прочитайте их тайно
Никто не будет соединяться
Кто будет обнять от этого
Это город нового настроения
Просто встретиться с расстоянием
Сейчас много поворотов
Некоторые придут
Кто бы тебя забыл
Молитесь, чтобы забыть его
Я нахожу это смыслом
Истории Махобато
Не слышат, что не сказалось
Где ты не слушаешь
Иногда есть наркотик занавес
Просто в любовнике
Иногда есть наркотик занавес
Просто в любовнике
Я могу куда -нибудь пойти
Движу со мной тоже
Нет глупости, это похоже на луну
Нет никакого эффекта зрения
Нет глупости, это похоже на луну
Нет никакого эффекта зрения
Нагреть его таким большим трауром
Не кричать долгое время
Это в платке Хиды
Кто рядом с грустным деревом
Это вне дома
Бить слезами

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